तो तारीख थी 25 अक्टूबर 2021, मैने अपनी गाड़ी पार्किंग मे लगायी दद्दु के कहने के हिसाब से क्युकि उस समय मैं गाड़ी चलाना अच्छे से नहीं जानता था। फिर मैने अपने एक स्कूल के दोस्त को फोन लगाया बस ये निश्चित करने के लिए की वो आ रहा कॉलेज या नहीं। असल मे मुझे पता था की वो नहीं आने वाला है पर क्युकि मुझे कॉलेज मे व्यस्त दिखना था इसलिए मैं एक्टिंग कर रहा था। पर फिर मैने अपने स्कूल के दूसरे मित्र को फोन किया जिसका जवाब ये आया की वो उसके अन्य दोस्तों के साथ आ रहा है और अभी रास्ते मे है। दरसल हम तीनो स्कूल के दोस्तों का एडमिशन एक ही कॉलेज मे हुआ था, या कह सकते है की एडमिशन होने के बाद दोस्त बन गए थे। कहते है ना की पराई जगह पर सबसे कम पराया भी अपना लगने लगता है।
मैं कुछ समय के लिए कॉलेज की लायब्रेरी के सामने खड़ा हो गया। दस मिनट बीते और मेरा दोस्त कुछ अपने दोस्तो के साथ आता है। हम एक दूसरे से मिलते है और कुछ बातें करते है। मुझे सारी बातें तो याद नहीं है पर जो याद है वो एक लड़की के बारे मे थी। उस दिन एक लड़की भी कॉलेज आने वाली थी जिसकी स्कूटी सफेद रंग की होने वाले थी। उनके हिसाब से वह लड़की बहुत खूबसूरत थी। और हुआ भी कुछ ऐसा ही एक लड़की आयी उनके बताई हुयी स्कूटी पर, पर उसने मास्क लगा रखा था। उसकी आँखे देखने लायक थी। वो लड़की तो आते ही कॉलेज के अंदर चली गयी। और हम भी कुछ देर बात करने के बाद क्लास की ओर चले गए।
क्युकि मैं और मेरा दोस्त एक ही ब्रांच से थे तो साथ ही क्लास मे पहुँचे। पहुँचते ही अंदर पढ़ा रहे सर ने कहा की आज तो आजाओ पर कल से समय पर आना, क्युकि हम दस मिनट देरी से क्लास पहुंचे थे। और वही मुझे ये पता चला की वो लड़की जो कुछ समय पहले बाहर दिखी थी वो मेरी ही क्लास मे है। दो क्लास लगातार लगी फिर लंच ब्रैक हुआ। मैं लंच मे अपने दोस्त के साथ लंच करने के लिए कॉलेज गार्डन मे पहुँच गया, जो की मुझे नहीं करना चाहिए था।
जब मैं वहाँ लंच करने बैठा तब वहाँ मेकैनिकल थर्ड ईयर के कुछ छात्र बैठे थे। पहले तो उन्हों उनके जुनियरस् यानी मेकैनिकल सेकंड ईयर के छात्रों को बुलाया और उनका इंट्रो लिया। फिर कुछ लोगो को इंट्रो, तो कुछ लोगो को कपड़ो के लिए सुनाया। और फिर मुझे पास बुलाया, जिसे ये भी नहीं पता था की ये है कौन?
पहला सीनियर:- " कौन से ईयर में है? "
मैं:- 🙄डरते हुए " फर्स्ट ईयर। "
दूसरा सीनियर:- "पहला दिन है? "
मैं:-😒 "हाँ भैया"
पहले सीनियर:- "भैया नहीं सर"
दूसरे सीनियर:- "आज तो पहला दिन है कॉलेज एक्सप्लोरे करो"
मैं:- सूखे गले का घूँट नीचे उतार ते हुवे "ओके सर"
और फिर वो लोग वहाँ से चले गए और मैं लंच करके सीधे क्लास। फिर वापस से क्लास शुरू हुई। कुछ क्लास लगी और हमारे शिक्षकों के द्वारा इंट्रो लिया गया। उसी दोरान मुझे उस लड़की का नाम पता चला पर अफ़सोस मुझे उसका सरनेम पता नहीं चल सका। और क्युकि मेरी मेरे दोस्त से भी इतनी बात चित नहीं थी इसलिए उससे पूछने की भी हिम्मत नहीं हुई।
कुछ समय बाद चार बजे हमारी क्लास की छुट्टी हो गयी और मैं अपने निवास पे चला गया। और मैने घर जाकर वही किया जो एक प्रतिभावान छात्र करेगा। इंस्टाग्राम पर उस लड़की का नाम डालकर सर्च किया पर अफ़सोस क्युकि मुझे ना तो उसका नाम पता था, ना मैं मास्क की वजह से उसका चेहरा देख पाया था इसलिए मेरी यह कोशिस नाकाम रही ।🙂
नोट:- यह कहानी पुर्ण रुप से सत्य है बस इसमें कुछ तथ्य निजी कारणों की वजह से बदले गए है।
What a day ✨
ReplyDelete2021 wali new bech hi alg thi tabhi corona k baad sb seniors or juniors ek dusre ko nahi pehchante the wo seniors bhi usi year college aay the or hm bhi .
ReplyDeletekuch seniors ka hi intro le liya tha hamne us time🤩
इसके बाद मेरा मन नहीं कर रहा अपनी स्टोरी भेजने का। हमारी वाली में पहले दिन ही क्रश बनाना, लड़की छेड़ना, झापट खाना, पैसे गुमाना, गाड़ी से गिर जाना, पढ़ाई करना(पहले दिन ही), जैसे बहुत बुरे बुरे लफड़े है😂😂😂🤫🤫
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