29 जुलाई 2020 की शाम नरेन्द्र मोदी सरकार ने 34 साल बाद देश के उज्ज्वल भविष्य के लिए एक शिक्षा नीति को मंजूरी दी है आज हम इसी पर अपना मोटा माटी ज्ञान आपसे साझा करेंगे । सबसे पहला ज्ञान की अब से मानव संसाधन विकास मंत्री को शिक्षा मन्त्री के नाम से जाना जाएगा।
यह तो हो गई राजनैतिक बात अब बात करते हैं उच्च शिक्षा से जुड़े हुए बदलावों की । पहली और सबसे अहम बात कि अब कॉलेज UNIVERSITIES की पढ़ाई MULTIPLE ENTRY EXIT वाली होगी मान लो की कोई B TECH की पढ़ाई कर रहा है पर बीच में ही उसका मन इससे ऊब गया। तो घबराने की जरूरत नहीं है और यह बिलकुल मत सोचना कि B TECH के साल बर्बाद हो गए। मान लीजिए आपने एक साल B टेक की पढ़ाई की तो इसी आधार पर आपको कॉलेज की तरफ से एक क्रेडिट ट्रांसफर CERTIFICATE मिलेगा और अगर दो साल पढ़ाई की तो आपको DIPLOMA मिलेगा कोर्स अगर पूरा करते है तो जाहिर सी बात है आपके नाम की डिग्री से आपके पास होगी। और जब कभी आपकी दोबारा पढ़ने की इच्छा हो तो शुरुआत से पढ़ने की बजाय छोड़े हुए सेमेस्टर से पढ़ सकते है ।
दूसरी बड़ी बात BA BSC करने वाले बच्चे अगर नौकरी के इरादे से पढाई कर रहे हैं तो उनका कोर्स तीन साल का होगा और यदि आगे चलकर RESEARCH के क्षेत्र में काम करने का इरादा है तो उनकी 4 साल की GRADUATION फिर एक साल की पोस्ट GRADUATION और फिर चार साल की PHD. मतलब M फिल की जरुरत नहीं रहेगी बहुत अच्छा फैसला है भारत सरकार का यह तीसरी बात जो कि बहुत रोचक है कि अब से देश में MULTI DISCIPLINARY एजुकेशन सिस्टम होगा। मान लो PHYSICS में GRADUATION कर रहे छात्र की रूचि म्यूजिक और डांस में भी है तो अपनी रूचि को भी वो एक SUBJECT के रूप में पढ़ सकता है सीधी बात यह है कि अब से कोई STREAM WAGERAH नहीं होगी सभी अपने मनचाहे SUBJECTS चुन सकता है I चौथा और सबसे अच्छा फैसला बिहार की UNIVERSITY हो या बंगाल की या फिर BELLORE की ही क्यों ना हो सभी कॉलेज UNSVERSITIES में एक जैसा SYLLABUS ही पढाया जाएगा यह नहीं कि बिहार वाला र से राजा पढ़े बंगाल वाला र से रस्सी और अंग्रेजी माध्यम का बेल्लोर र से RICH पढ़ा रहा है ।
यह तो हुई उच्च शिक्षा की बात अब बात करते हैं स्कूली शिक्षा में आए बदलवों को लेकर । अभी हमारा सिस्टम 10 + 2 का है मतलब 10 वी तक एक जैसी पढ़ाई फिर ग्यारहवीं में हमें STREAM चुननी होती है पर अब सरकार ने नए सिस्टम को 5+5+3+4 में बदल दिया है स्कूल के आखिरी 4 साल 9वीं से 12वी में विषयों को गहराई से पढ़ाया जाएगा पर अब से STREAM का JHANJHAT नहीं होगा मतलब PHYSICS पढ़ रहा लड़का MUSIC और HISTORY भी पढ़ सकेगा और सबसे अहम बात इन सभी को EXTRA SUBJECTS की बजाय मुख्य SUBJECTS ही माना जाएगा ।
दूसरी बात स्कूलों के SYLLABUS में बड़ा बदलाव किया जाएगा और यह पूरे भारत में एक समान होगा ।
तीसरी बात 6वीं कक्षा से CODING, स्किल बेस्ड लर्निंग के साथ साथ स्कूलों को कभी CARPENTER तो कभी WELDING के कारखानों में WORKSHOP कराना अनिवार्य होगा । बोर्ड की परिक्षाएं: मोहल्ले में रिजल्ट आने के 15 दिन पहले से ही बड़ा हो हल्ला मचने लगता है पर अब लगता है भारत ध्वनि प्रदूषण कम करने के लिए बोर्ड की परिक्षाओं के महत्व को कम करने जा रही है अब इसके रिजल्ट को आपकी दिमागी क्षमता के मूल्यांकन के रूप में नहीं देखा जाएगा साथ ही सरकार साल में दो बार बोर्ड परीक्षाओं को कराने के विकल्प पर भी काम कर रही है ।
तो यह थी नयी शिक्षा नीति की मोटा माटी बातें। अब आपकी आँखों में एक सुनहरे भविष्य की चमक आने लगी होगी पर दिल पर हाथ रखकर हम खुद से पूछे कि क्या तीन कक्षाओं एक कमरे में पढ़ाने वाले दो कमरे के गाँव देहात के सरकारी स्कूलों में यह करना मुमकिन है ? तो अन्दर से आवाज आएगी जाग जाओ ! बहुत सपने देख लिए ।
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